Fatehpur Sadar Asptal: मैं मना करती रही और वो हथौड़ी चलाता रहा ! डॉक्टर की करतूत बताते हुए भावुक हो गई सिस्टर इनचार्ज
Fatehpur News In Hindi
उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के फतेहपुर (Fatehpur) मेडिकल कॉलेज से संबद्ध सदर अस्पताल के डॉ0 शरद (Dr Sharad) की ऐसी करतूत सामने आई है जिसे जानकर आप हैरत में पड़ जायेंगे. जिला अस्पताल की महिला कर्मचारी का इलाज करने के दौरान इन जनाब ने उसका पूरा जबड़ा ही तोड़ दिया. जीवन और मरण के चक्र में जूझती हुई महिला को प्राइवेट अस्पताल में सर्जरी करवानी पड़ी. जानिए जिला पुरुष अस्पताल की सिस्टर इनचार्ज (ओटी) प्रमिला सोनी की कहानी.
फतेहपुर में डॉक्टर ने तोड़ दिया महिला कर्मचारी का जबड़ा
उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में सरकार स्वास्थ्य व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए लगातार मेडिकल कॉलेज खोल रही है और अस्पतालों में अच्छे चिकित्सकों की नियुक्ति भी कर रही है लेकिन कुछ ऐसे डॉक्टर भी होते हैं जिनके कार्य के अनुभव से उनकी डिग्री पर प्रश्न चिन्ह खड़ा होता है. प्रदेश के फतेहपुर मेडिकल कॉलेज से संबद्ध जिला अस्पताल (Sadar Hospital) के दंत विभाग में कार्यरत ऐसे ही एक डॉक्टर हैं जो की विभागाध्यक्ष भी हैं. हम बात कर रहे हैं डॉ0 शरद (Dentist) की जिन्होंने बीते मंगलवार को आशा देवी की गलत सर्जरी की. शिकायत करने जब महिला प्रशासनिक भवन पहुंची तो जानकारी हुई की इन जनाब तो जनवरी माह में अस्पताल की एक महिला कर्मचारी का जबड़ा ही तोड़ दिया था.
दांत की मामूली समस्या को डॉक्टर ने बनाई बड़ी घटना
फतेहपुर जिला अस्पताल पुरुष की ओटी (Operating theater) की सिस्टर इनचार्ज प्रमिला सोनी दांत की मामूली समस्या को लेकर दंत विभाग के डॉ0 शरद के पास बीते 27 जनवरी को गई थीं. दांत नुकीले होने की वजह से उनके जीभ में बार-बार घाव हो रहे थे. डॉ शरद ने सर्जरी करने की बात कही और मुंह को स्ट्रेच किया और अचानक हथौड़ी चलाते हुए पूरा जबड़ा तोड़ दिया.
मैं रोंकती रही डॉक्टर करता रहा हथौड़ी से वार, बताते हुए छलक पड़े आंसू
प्रमिला सोनी जब ये वाक्या बयां कर रही थीं तो अचानक सिहर उठीं और उनके आंसू छलक आए. सिस्टर इनचार्ज बताती हैं कि मैं 59 वर्ष की हूं और अगले वर्ष रिटायर होने वाली हूं मेरे जीवन का ये ऐसा वाक्या है जिसे याद करने मात्र से ही पूरा मन झकझोर जाता है. प्रमिला बताती हैं कि मुझे ब्लड प्रेशर, मधुमेय और अन्य समस्या है. उन्होंने कहा मेरा बेटा राहुल सोनी भी ओटी में संविदा में कार्यरत है. सर्जरी के दिन वो नहीं था मैं डॉ0 शरद के पास इलाज के लिए 27 जनवरी को सर्जरी करवाने गई थी कोई बड़ी समस्या नहीं थी लेकिन दांत के नुकीलेपन से मेरी जीभ में बार-बार घाव हो रहा था.
उन्होंने कहा कि डॉक्टर ने मुंह को फैलाते हुए सर्जरी शुरू की और अचानक हथौड़ी चलाने लगे. मैं रोंकती रही लेकिन वो नहीं रुके मेरा पूरा जबड़ा हिल गया लेकिन ऐसे लगा जैसे डॉ शरद किसी नशे में वार कर रहे हैं. फिर कुछ देर बाद पूरे जबड़े को बांधते हुए बोले की लिक्विड ही लेना. प्रमिला बताती हैं कि मैंने अपने बेटे से बात करके पूरी जानकारी दी और उसके आने के बाद शहर के प्राइवेट अस्पताल में इसकी सर्जरी करवाई. भावुक होते हुए उन्होंने कहा मुझे लग रहा था कि मैं अब जीवित नहीं लौटने वाली नहीं हूं. डॉ शरद की वजह से मुझे मानसिक शारीरिक और आर्थिक तीनों की हानि हुई है.
आला अधिकारियों को दी घटना की जानकारी लेकिन...
सिस्टर इनचार्ज प्रमिला सोनी कहती हैं कि प्राईवेट अस्पताल में सर्जरी करवाने के बाद उन्होंने सीएमएस को इस घटना की जानकारी दी लेकिन स्टॉफ का प्रकरण होने की वजह से मैंने कोई लिखित शियायत नहीं की. उन्होंने कहा कि मुझे दुःख है कि आला अधिकारियों ने इतना गंभीर प्रकरण होने के बाद भी डॉ शरद को कुछ भी नहीं कहा.