
Fatehpur News: फतेहपुर में भक्त और भगवान में जंग ! दुखों के पहाड़ ने आस्था को मारी टक्कर, पहले बिलख कर रोया फिर खंडित कर दी मूर्तियां
यूपी के फतेहपुर (Fatehpur) में एक पिता पर दुखों का ऐसा पहाड़ टूटा कि आस्था और विश्वास टूट कर बिखर गए. तीन वर्षों के भीतर तीन मासूमों की मौत ने पिता को ऐसी ठेस पहुंचाई की भगवान के सामने बिलखकर फूट-फूट कर रोने लगा. जिस ईश्वर ने उसके आंगन में खुशियां दी थीं उसी ने सारी खुशियां एक झटके में छीन ली. जिसके नाम में राम था वही रावण का रूप धर भगवान से ही युद्ध करने लगा. पढ़िए दिल को झकझोर देने वाली जयराम की कहानी

Fatehpur News: उत्तर प्रदेश के फतेहपुर में एक पिता की आस्था उस समय चकनाचूर हो गई जब उसके आंगन का आख़िरी चिराग़ दुखों के थपेड़ों ने बुझा दिया. बीते रविवार को उसके एक वर्षीय पुत्र की अचानक मौत हो गई. बेटे के दाह संस्कार के बाद मंदिर में बैठकर भगवान के सामने फूट-फूट रोया फिर उनकी प्रतिमाओं को खंडित कर दिया. घटना किशनपुर थाना क्षेत्र के जलंधरपुर मजरे गुरवल की है
तीन वर्षों में हुई तीन पुत्रों की अचानक मौत, टूट गई आस्था

जानकारी के मुताबिक अपने बेटे के अंतिम संस्कार के बाद उसने जमकर शराब पी और गांव के मंदिर में जाकर बिलखकर रोने लगा मानो वो साक्षात ईश्वर से द्वंद कर रहा हो उसके बाद मंदिर के अंदर की मूर्तियों को बाहर निकाल कर खंडित करने लगा. ग्रामीणों ने रोका तो उनसे से भी लड़ाई करने लगा.
जिस मंदिर में मांगी थी मन्नत वहीं किया तांडव
जयराम निषाद ने अपने दो बेटों की अचानक मौत के बाद गांव के मंदिर में बेटे के लिए मन्नत मांगी थी जिसके बाद उसके एक बेटा हुआ था लेकिन एक साल के बाद उस मासूम की अचानक मौत ने उसे पूरी तरह तोड़ दिया. उसका दिमागी संतुलन पूरी तरह खो चुका था जिस शिव पर उसकी अटूट आस्था थी उसी के सामने तांडव करते हुए एक के बाद एक प्रतिमाओं को उसने खंडित कर दिया. परिजन बीच में आए तो उनसे लड़ाई की ग्रामीणों ने रोका तो उनसे झगड़ गया. बताया जा रहा है कि मजबूरन पुलिस को सूचना दी गई.
भाग्य कोसते हुए पुलिस से भिड़ गया जयराम
ग्रामीणों की सूचना पर गांव पहुंची पुलिस ने जयराम को रोकने का प्रयास किया तो वो उनसे ही भिड़ गया और हांथ जुड़ाकर जंगल की ओर भाग गया. चौकी प्रभारी पहाड़पुर (Pahadpur Chauki) शशिकांत सरोज ने जानकारी देते हुए बताया कि जयराम निषाद पुत्र के वियोग में अपना मानसिक संतुलन हो चुका है और शराब के नशे में उसने ये उत्पात मचाया है. खंडित प्रतिमाओं को सुरक्षित कर दिया गया है और जयराम की तलाश की जा रही है

