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Fatehpur News: फतेहपुर में कानूनगो को रिश्वत लेना पड़ा भारी, डीएम ने किया सस्पेंड
Fatehpur News In Hindi
उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh)के फतेहपुर (Fatehpur News) में रिश्वत लेने के चलते खागा तहसील के मंझनपुर क्षेत्र के कानूनगो (राजस्व निरीक्षक) को डीएम रविंद्र सिंह IAS Ravinder Singh ने तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया है. सोशल मीडिया में वीडियो वायरल होने के बाद हरकत में आया प्रशासन
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Fatehpur News: यूपी के फतेहपुर में एक राजस्व निरीक्षक (कानूनगो) को रिश्वत लेना भारी पड़ गया. गुरुवार को डीएम रविंद्र सिंह (IAS Ravinder Singh) ने तत्काल प्रभाव से उसे निलंबित (Suspend) कर दिया और पूरे मामले की जांच एसडीएम अर्चना अग्निहोत्री को सौंप दी है.
मामला खागा तहसील (Khaga Tahsil) के मंझनपुर क्षेत्र में तैनात कानूनगो (राजस्व निरीक्षक) सुरेंद्र कुमार पांडेय का है. बताया जा रहा है एक वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हुआ था जिसके काम के बदले दाम लेते राजस्वकर्मी दिखाई दे रहा है. हालांकि युगान्तर प्रवाह किसी वीडियो की पुष्टि नहीं करता.
कैसे वायरल हुआ रिश्वतखोरी का वीडियो?
खागा तहसील (Khaga Tahsil) के मंझनपुर क्षेत्र में तैनात कानूनगो सुरेंद्र कुमार पांडेय किसी व्यक्ति से पैसों के लेन-देन और काम को लेकर बातचीत कर रहे थे. जिसका किसी तीसरे व्यक्ति ने वीडियो बना लिया.
वायरल वीडियो में वह कथित तौर पर 500 रुपये लेते नजर आ रहे हैं. सोशल मीडिया पर वीडियो होने के बाद हड़कंप मच गया. जैसे ही यह वीडियो अधिकारियों तक पहुंचा, प्रशासन ने जांच के आदेश दे दिए.
डीएम रविंद्र सिंह ने कानूनगो को किया निलंबित
वीडियो वायरल होने के तुरंत बाद एसडीएम अभिनीत कुमार ने मामले की जांच के आदेश दिए. इसके बाद, जब यह मामला डीएम रविंद्र सिंह के संज्ञान में आया, तो उन्होंने कड़ी कार्रवाई करते हुए गुरुवार को सुरेंद्र कुमार पांडेय को निलंबित कर दिया.
इस मामले की पूरी जांच एसडीएम अर्चना अग्निहोत्री को सौंपा दिया. जिलाधिकारी रवींद्र सिंह ने पत्र जारी करते हुए कहा कि जीरो टॉलरेंस की नीति में भ्रष्टाचार की कोई जगह नहीं है.
एक वर्ष पुराना बताया जा रहा वीडियो
वायरल वीडियो की जब पड़ताल की गई तो पता चला कि वीडियो एक साल पुराना है..वीडियो में पैसे देने वाला शख्स पेशे से अधिवक्ता खागा तहसील नरेंद्र कुमार शुक्ल हैं. वकील ने अपना बयान जारी करते हुए कहा है कि अपनी व्यक्तिगत पत्रावली के लिए कानूनगो के माध्यम से मंझनपुर अधिवक्ता के पास फाइल और परामर्श शुल्क भेजा गया था जिसे ब्लैकमेल करने के इरादे से किसी ने वीडियो बना लिया.