Fatehpur News: फतेहपुर में चाट के ठेले का इश्क पहुंचा हत्या के मुकाम तक ! मां ने रची थी साजिश, आठ महीने बाद पूरा परिवार ऐसे पकड़ा गया
यूपी (Uttar Pradesh) के फतेहपुर (Fatehpur) में पुलिस ने एक युवती के सनसनीखेज हत्या का खुलासा किया है जिसमें युवक उसका पिता और मां के साथ उसका बहनोई भी शामिल है. आठ महीने पहले पुलिस को शालू का शव मिला था जो की खागा कोतवाली क्षेत्र के टेनी की रहने वाली है.
Fatehpur Shalu Murder: उत्तर प्रदेश के फतेहपुर में पुलिस ने आठ महीने पहले जाफरगंज (Thana Jafarganj) थाना क्षेत्र के तेंदुली लाखीपुर के पास एक युवती का शव बरामद किया था जिसकी शिनाख्त शालू (Shalu) पुत्री श्री राम रैदास के रूप में की गई थी. हत्या में शामिल तीन लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है जबकि एक आरोपी दिनेश अभी भी फरार है.
चाट के ठेले का इश्क ऐसे चढ़ा परवान, पहुंचा हरियाणा
फतेहपुर में इश्क हत्या की कहानी शुरू होती है एक चाट के ठेले से. बात जनवरी 2021 की है जब खागा कोतवाली (Khaga Kotwali) क्षेत्र के टेनी (Teni) गांव में एक मेला लगा था. उसी मेले में दिवेश की मुलाकात गांव की शालू से होती है जो चाट के ठेले में मेले का मजा ले रहे थे. बताया जा है कि उस मेले में उनकी तीन बार मुलाकात हुई और तीसरी बार में ही दोनों ने एक दूसरे को अपने मोबाइल नंबर दे दिए. दिवेश रैदास खागा कोतवाली के संवत का रहने वाला है जिसकी टेनी गांव में रिश्तेदारी है.
मेला समाप्त होने के बाद दोनो में घंटों बातचीत होने लगी. चार महीने में दिवेश और शालू का प्रेम ऐसा परवान चढ़ा की दोनों ने घर से भगाने का प्लान बना लिया. जानकारी के मुताबिक अप्रैल 2021 दिवेश शालू को लेकर हरियाणा (Haryana) के पानीपत (Panipat) पहुंचा जहां उसके पिता दिनेश मजदूरी करते थे.
पानीपत से लुधियाना पहुंची शालू फिर किया शादी से इंकार
पंजाब के लुधियाना में शालू और दिवेश कई महीने रहे लेकिन इसी बीच दिनेश और घर वालों के बर्ताव के कारण उसका प्रेम कम होने लगा. कुछ दिन बाद शालू को देवेश अपने बहनोई राम बाबू के यहां लुधियाना (Ludhiana) ले गया जहां रहते हुए उसने शालू से शादी करने का दबाव बनाया लेकिन शालू ने मना कर दिया. दिवेश ने अपनी मां शांति देवी से पूरी बात बताई.
आरोपी मां ने रची शालू की हत्या की पूरी साजिश
दिवेश लागतार शालू से शादी करने का दबाव बनाता रहा लेकिन वो इसका विरोध करती रही और अपने घर वापस जाने की जिद करने लगी. उसकी से दिवेश और उसके परिवार वाले डरने लगे की अगर शालू घर पहुंच गई और पुलिस को इसकी जानकारी हुई तो वो लोग मुसीबत में पड़ सकते हैं. दिवेश की मां शांति देवी ने शालू को मारने का प्लान बनाया.
शांति देवी ने अपने पति दिनेश दामाद रामबाबू और बेटे दिवेश के साथ मिलकर शालू को लेकर कानपुर ट्रेन से पहुंचे उसके बाद सभी लोग बस से फतेहपुर के मझिलगांव बस अड्डे पहुंचे उसके बाद किराए की एक बोलेरो से सभी लोग शालू को गुमराह करते हुए जाफरगंज थाना क्षेत्र के तेंदुली लाखीपुर के एक सुनसान इलाके में पहुंचे. जब तक शालू इन सबके मनसूबे भांफ पाती तब तक उसकी गला दबाकर हत्या कर दी गई और शव को झाड़ियों में फेंकर सभी फरार हो गए.
शालू की हत्या के आठ महीने बाद पकड़े गए आरोपी
फतेहपुर की जाफरगंज (Thana Jafarganj) पुलिस को शालू का शव अज्ञात के रूप में बरामद किया. एसपी उदय शंकर सिंह (IPS Udai Shankar Singh) ने बताया कि शालू के पिता श्रीराम रैदास ने अपनी बेटी की गुमशुदगी की रिपोर्ट भी नहीं दर्ज कराई थी इसलिए उसका अंतिम संस्कार अज्ञात के रूप में किया गया लेकिन पुलिस की कड़ी मेहनत के बाद शालू के परिजनों ने माना की वह उसकी बेटी है.
पुलिस ने सर्विलांस की मदद और मुखविर की सूचना से आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. एसपी ने कहा की पकड़े गए आरोपी दिवेश कुमार रैदास पुत्र दिनेश, शांति देवी पत्नी दिनेश कुमार खागा कोतवाली क्षेत्र के संवत गांव के हैं जबकि रामबाबू रैदास निवासी सुल्तानपुर घोष हैं. उन्होंने कहा कि आरोपी देवेश के पिता दिनेश अभी फरार है जिसकी जल्द गिरफ्तारी की जायेगी