Fatehpur Nagar Palika Adhyaksh : फतेहपुर नगर पालिका की पहली महिला अध्यक्ष बनीं थी राजकुमारी लोधी जानें अब तक का इतिहास
नगर निकाय का आरक्षण जारी हो चुका है, अब किसी भी वक्त अधिसूचना जारी होने के साथ ही चुनाव की तारीखों का ऐलान हो जाएगा. आज हम आपको इस स्टोरी में बताने जा रहे हैं फतेहपुर नगर पालिका में अब तक कौन कौन अध्यक्ष पद पर काबिज़ रहा है.Fatehpur Nagar Palika Adhyaksh History
Fatehpur Nagar Palika Adhyaksh : यूपी में नगर निकाय चुनावों की रणभेरी बज चुकी है.वार्ड औऱ अध्यक्ष पदों का आरक्षण जारी हो गया है.अब इतंजार अधिसूचना का है.अधिसूचना के साथ ही चुनावी तारीखों का ऐलान हो जाएगा.आज बात करते हैं फतेहपुर नगर पालिका परिषद के इतिहास की.
फतेहपुर नगर पालिका का गठन अंग्रेजी हुकूमत के दौरान हुआ था. 1916 में फतेहपुर नगर पालिका अस्तित्व में आई. इसके पहले अध्यक्ष रामबहादुर लाला ईश्रर सहाय बने थे.इसके बाद दो कार्यकाल तक प्रशासक ने कुर्सी संभाली.अब तक चेयरमैन की बात करें तो कुल 21 लोग इस कुर्सी बैठ आसीन हो चुके हैं.
पहली महिला चेयरमैन बनीं राजकुमारी लोधी..
1995 में आरक्षण व्यवस्था लागू हुई. पहली दफ़ा फतेहपुर नगर पालिका की सीट महिलाओं के लिए आरक्षित हुई.राजकुमारी लोधी पहली बार जनता द्वारा चुनकर चेयरमैन बनीं.बता दें कि पहले सभासद ही अध्यक्ष ( चेयरमैन ) चुनते थे.
इसके बाद साल 2000 में चुनाव हुए तो बसपा के शब्बीर खां चुनाव जीतकर चेयरमैन बने.2005 में नगर पालिका का कार्यकाल समाप्त हुआ.लेकिन चुनाव में देरी के चलते क्रमशः तीन प्रशासक नियुक्त हुए.पहले एसडीएम उदयराज, फिर एसडीएम ज्ञानेंद्र सिंह और फिर एसडीएम राकेश कुमार मिश्रा प्रशासक बने.इनका कार्यकाल 26 जुलाई 2006 तक रहा.इसके बाद चुनाव की घोषणा हुई.
व्यापारियों की एकजुटता ने अजय अवस्थी को दिलाई ताजपोशी..
अक्टूबर-नवम्बर 2006 में चुनाव यूपी में निकाय चुनाव की घोषणा हुई.फतेहपुर में कांग्रेस ने अजय अवस्थी को टिकट दिया.अजय अवस्थी व्यापारी नेता हैं. ब्राह्मण औऱ व्यापारियों की एकजुटता से अजय अवस्थी चुनाव जीतने में सफल हो गए.18 नवम्बर 2006 को अजय अवस्थी चेयरमैन की कुर्सी में बैठे.
इसके बाद 2012 में अजय अवस्थी का कार्यकाल समाप्त हुआ.इसके बाद हुए चुनाव में निर्दलीय चंद्रप्रकाश लोधी चुनाव जीतने में सफल हुए.बाद में वह सपा में चले गए. 2017 का विधानसभा चुनाव सपा के टिकट पर सदर सीट से लड़े लेकिन हार गए, 2022 में एक बार फिर पार्टी ने उन्हें टिकट दिया, इस बार वह चुनाव जीतने में सफल रहे औऱ वर्तमान में सदर सीट से विधायक हैं.
अर्चना त्रिपाठी को मिली हार..
2017 में हुए नगर निकाय चुनाव में फतेहपुर की सीट सपा के खाते में गई. मुख्यमंत्री योगी बन चुके थे, सत्ताधारी दल अपने पार्टी प्रत्याशी को जिताने में पूरी ताकत झोंके थे. लेकिन निर्दलीय चुनाव लड़े स्वरूपराज सिंह जूली ने बड़ी संख्या में अपने सजातीय वोट काट लिए. जिसका खामियाजा भाजपा प्रत्याशी अर्चना त्रिपाठी को भुगतना पड़ा औऱ वह क़रीब 3 हजार वोटों से चुनाव हार गईं.सपा की नज़ाकत ख़ातून ( हाजी रज़ा की मां ) ने चुनाव जीतकर दूसरी महिला चेयरमैन बनीं.