अध्यात्म:जब भैरवेश्वर महादेव को संतो ने सुनाया रामचरित मानस और यथार्थ गीता.!
संत समागम से जीवन के वह गूढ़ रहस्यों का पता चलता है जिसके लिए वास्तविक तौर पर इंसान ने जन्म लिया है। तीन दिवसीय संत समागम में संतों ने वेदांत की गंगा से लोगों को सराबोर कर दिया..पढ़े युगान्तर प्रवाह की एक रिपोर्ट...
फ़तेहपुर: कहते हैं कि बिना संत समागम के ज्ञान की प्राप्ति नहीं हो सकती है। संत ही ऐसा मार्ग है जिसके माध्यम से ईश्वर तक बड़ी सुलभता से पहुंचा जा सकता है। जिले के श्री भैरवनाथ इंटर कॉलेज नरैनी में आयोजित तीन दिवसीय संत समागम में मानस मंजरी और यथार्थ गीता की ऐसी गंगा बही कि लोग भावविभोर हो उठे। बताया जा रहा है कि इस कार्यक्रम में कुल मिलाकर सात संतों ने वेदांत के माध्यम से ईश्वर के गूढ़ रहस्यों के विषय में बताया।
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युगान्तर प्रवाह से बातचीत करते हुए श्री भैरवनाथ इंटर कॉलेज नरैनी के प्रधानाचार्य ज्ञानेंद्र सिंह ने बताया कि विद्यालय प्रांगण में बने श्री भैरवेश्वर महादेव मंदिर के सातवें स्थापना दिवस के अवसर पर तीन दिवसीय संत सम्मेलन का आयोजन किया गया है था।जिसमें मुख्य रूप से श्री 1008 बालकदास जी वेदांती, कबीर पंथी शंकर साहेब जी सहित कुल सात संतों ने रामचरित मानस और यथार्थ गीता के माध्यम से इस समागम में लोगों को बताया।उन्होंने कहा कि तीन दिन हुए इस कार्यक्रम का गुरुवार के दिन समापन हैं और प्रसाद वितरण हैं।