Premanand Maharaj Ji: प्रेमानन्द महाराज ने बताया, वाहनों पर भगवान का नाम लिखवाना सही है या गलत
प्रेमानन्द महाराज
मथुरा-वृंदावन (Mathura-Vrindavan) वाले प्रेमानंद महाराज (Premanand Maharaj) जी को आज कौन नहीं जानता, उनके सत्संग और सकारात्मक विचार सुनकर लोगों में ऊर्जा का संचार होता हैं. महाराज जी भक्तों के हर प्रश्नों के जवाब बड़े ही सहजता से सत्संग के माध्यम से दे देते हैं. एक भक्त ने सवाल किया की गाड़ी पर भगवान का नाम लिखवाना (Gods name) सही है या नहीं जिस पर प्रेमानंद महाराज जी ने बड़े ही सहजता से इस प्रश्न का उत्तर (Answered) दिया है.
प्रेमानन्द महाराज के सकारात्मक विचार
मथुरा-वृंदावन (Mathura-vrindavan) वाले प्रेमानंद महाराज (Premanand Maharaj) जी आज हर जगह मोबाइल, टीवी पर सर्च किए जाते हैं. दरअसल उनके सत्संग सुनने (Listen Satsang) के लिए लोग आतुर रहते हैं. उन्हें लाखों में लोग फॉलो करते हैं. उनके द्वारा कहे गए भगवत प्राप्ति मार्ग वाले सत्संगों को सुन लोग अपने आप में सकारात्मक ऊर्जा (Positive Energy) का संचार करते हैं.
क्रिकेटर हो या राजनीतिक दल से जुड़ा व्यक्ति या फिर कोई व्यापारी हर कोई महाराज जी के दर्शन के लिए वृंदावन जाते हुए अक्सर दिखता रहता है. प्रेमानंद महाराज जी राधा रानी (Radha-Rani) को अपना ईष्ट मानते हैं और उनकी ही भक्ति में लगे रहते हैं उनका कहना है कि कोई भी संकट आए राधा-राधा का नाम जपते रहो अपने आप सभी संकटों का निवारण हो जाएगा.
वाहनों पर नाम लिखना चाहिए या नहीं
प्रेमानंद महाराज जी के पास एक भक्त ने सवाल किया कि महाराज जी वाहनों में भगवान का नाम लिखवाना कितना सही है जिस पर प्रेमानंद महाराज जी ने जवाब दिया कि ज्यादा से ज्यादा आप अपने आराध्य का आदर करेंगे और उनका उनका नाम जप करेंगे आप पर उनकी कृपा भी होगी. लेकिन जिस तरह से वाहनों में, या फिर दोनों हाथों में लोग भगवान का नाम लिखवा देते हैं यह गलत है और अपराध है.
गाड़ियों में नाम श्री हरिवंश या फिर राधा-राधा गाड़ियों में लिखा है और उस गाड़ी को जब आप धोने जाते हैं तो सारा पानी पैरों के पास गिरता है यह बिल्कुल सही नहीं है इससे भगवान का अपमान होता है. यही नहीं गाड़ियों में बहुत लोग भगवान के नाम या राधा-राधा भी लिख लेते हैं. फिर आप गाड़ी पर पैर उठाकर उसपर बैठते हैं. ऐसी भक्ति का क्या फायदा, इसलिए सावधान रहिए, भगवान का अनादर ना करें वाहनों में भगवान की नाम ना लिखें.
हाथों में न लिखे नाम
कुछ लोग तो दोनों हाथों में भगवान का नाम लिखवा लेते हैं मेहंदी लगवाने जाते तो राधा-राधा लिखवा लेते हैं वह लोग भी सावधान रहे दरअसल नित्य क्रिया आप सभी करते हैं. हाथों का प्रयोग होता है, सीधे-सीधे आप भगवान का अपमान कर रहे हैं यह बिल्कुल अपराध की श्रेणी में आता है अज्ञानता के कारण लोगों को यह समझ में नहीं आता है.
उन्होंने एक बात पर और गौर करके बताया कि महिलाएं या लड़कियां अगर भगवान का नाम लिखा हुआ दुपट्टा ओढ़ती है तो उसे अपने बाथरूम में ना धोए, बल्कि गंगा और यमुना जैसी पवित्र नदियों में अपने दुपट्टे को धोए. महाराज जी कहते हैं कि यह वही नाम है जो भगवत प्राप्ति की ओर जाता है इसलिए भगवान का आदर करें और उनकी पूजा करें यही आपके लिए बेहतर होगा.