अध्यात्म:सूर्य देव को जल देने से बन सकतें हैं बिगड़े काम..जान ले सही तरीका!
हिन्दू धर्म शास्त्रों में सूर्य देवता की पूजा करने का बड़ा ही महत्व बताया गया है..जाने युगान्तर प्रवाह की इस रिपोर्ट में किस तरीक़े से दे सूर्य देवता को जल।
अध्यात्म: हिन्दू धर्म बहुत ही वृहद है।इस धर्म में प्राकृतिक संसाधनों को भी देवताओं की श्रेणी में रखा गया है।वैसे तो सूर्य देवता की पूजा का अपना महत्व है लेक़िन भगवान को भाष्कर को केवल रोज सुबह एक लोटा जल अर्पित कर भी प्रसन्न किया जा सकता है।
ज्योतिषाचार्यो की माने तो जिस व्यक्ति की कुंडली का सूर्य कमजोर होता है उसे रोज सुबह एक लोटा जल भाष्कर भगवान को अर्पित करना चाहिए,जिससे उसकी कुंडली का सूर्य मजबूत हो जाएगा और वह दिनों दिन अपने कार्य क्षेत्र में प्रगति करेगा।
सूर्य को जल देने का सही तरीका...
सूर्य देवता को जल देने से पहले कुछ विशेष बातों का ध्यान रखना अति आवश्यक है। जल देने से पहले व्यक्ति को स्नान करना अति आवश्यक है सूर्य को जल नहा के ही अर्पित करें। साथ ही जल देने के लिए जिस बर्तन या लोटे का प्रयोग करें वह तांबे का होना चाहिए। सूर्य को जल सुबह सुबह पूर्व दिशा की ओर मुंह करके ही देना चाहिए। इसके साथ ही जल देते वक्त लोटे में रोली मिला ले तो अति उत्तम होगा।जल देने के बाद सूर्य देवता को लाल पुष्प भी अर्पित करें जिससे भगवान भाष्कर अति प्रसन्न होते हैं।
आप यदि इन नियमो के साथ भगवान सूर्य को रोज जल अर्पित करेंगे तो ज्योतिषाचार्यो का ऐसा मानना है कि आप उत्तोतर अपने कार्य क्षेत्र में प्रगित कर बुलंदियों को छू सकतें हैं।