UPSC Topper Animesh Pradhan Success Story: यूपीएससी में द्वितीय स्थान पाने वाले अनिमेष प्रधान का संघर्षों से भरा रहा है जीवन ! माता-पिता की मौत के बाद भी नहीं टूटने दी हिम्मत
UPSC Topper
भारत की सबसे जटिल परीक्षा कहीं जाने वाली यूपीएससी 2023 (Upsc Cse 2023) के परिणाम घोषित कर दिये गए हैं जिसमें लखनऊ के आदित्य श्रीवास्तव (Aditya Srivastava) ने ऑल इंडिया में पहली रैंक हासिल की है तो वहीं दूसरे स्थान पर उड़ीसा (Odisha) के रहने वाले अनिमेष प्रधान (Animesh Pradhan) है जो कि वर्तमान में आइओसीएल में कार्यरत है.
कौन है अनिमेष प्रधान (Who Animesh Pradhan IAS)
जानकारी के मुताबिक अनिमेष प्रधान (Animesh pradhan) इससे पहले उड़ीसा लोक सेवा परीक्षा (Odisha Lok Seva Exam) भी पास कर चुके हैं. उन्होंने साल 2021 में एनआईटी (Nit) राउरकेला (Rourkela) से कंप्यूटर साइंस में इंजीनियरिंग की, अपनी प्रारंभिक शिक्षा तालचेर के कालिंग डीएवी स्कूल से हासिल की थी. बोर्ड एग्जाम के दौरान 12वीं क्लास में उन्होंने 98.4% अंकों के साथ टॉप किया था. उनके पिता एक कॉलेज में प्रधानाध्यापक थे.
साल 2017 में उनका निधन हो गया था. उनकी मां भी साथ छोड़ कर चली गई दरअसल पिछले साल जनवरी महीने में उनकी मां का निधन हो गया था, लेकिन अनिमेष ने हार नहीं मानी और वह अपने गोल की ओर आगे बढ़ते रहे, यही कारण है कि आज वह यूपीएससी सिविल सर्विसेज में द्वितीय स्थान पाकर एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है.
Congratulate all the successful candidates from #Odisha who have cleared #UPSC examination. May they work with dedication to take welfare initiatives to the grassroots. Wish them bright careers ahead.
— Naveen Patnaik (@Naveen_Odisha) April 16, 2024
उड़ीसा के सीएम ने दी प्रतिक्रिया
यूपीएससी (Upsc) में द्वितीय स्थान (Second Position) प्राप्त करने पर अनिमेष के ईस्ट मित्रों और रिश्तेदारों द्वारा बधाई का दौर जारी है जिसके लिए वह अपने माता-पिता को श्रेय दे रहे हैं उनके कठिन परिश्रम और लगन को देखते हुए उड़ीसा के सीएम नवीन पटनायक (Naveen Patnayak) ने भी राज्य के सभी कैंडिडेट को बधाई दी है.
उन्होंने यूपीएससी की परीक्षा पास करने वाले उम्मीदवारो को बधाई देते हुए कहा है कि हम उनके उज्जवल भविष्य की कामना करते हैं. यह हमारे लिए बड़े ही गर्व की बात है कि हमारे राज्य का नाम इन उम्मीदवारों ने देश ही नहीं बल्कि दुनिया में भी रोशन किया है.
माता और पिता ने छोड़ा साथ लेकिन हिम्मत नहीं टूटी
बताते चलें कि बचपन से ही अनिमेष पढ़ाई लिखाई में बहुत ही अव्वल थे यही रीजन है कि 12वीं बोर्ड परीक्षा में उनके 98 फ़ीसदी से भी ज्यादा नंबर आए थे, लेकिन उनके जीवन में एक समय ऐसा भी आया था जब उनके पिता उनका साथ छोड़ कर चले गए थे.
लेकिन उन्होंने यहां पर भी हार नहीं मानी और वह अपने गोल की ओर आगे बढ़ते रहे लेकिन फिर पिछले साल जनवरी में उनकी मां भी इस दुनिया से रुखसत हो चली. बावजूद इसके वह अपने गोल पर ध्यान देते रहे और आज यूपीएससी एग्जाम में द्वितीय रैंक हासिल कर अपने राज्य का नाम देश ही नहीं दुनिया भर में रोशन कर दिया है.