Ashutosh Maharaj News:10 वर्षों से समाधि में रहने वाले आशुतोष महाराज की शिष्या ने आख़िर क्यों ली समाधि
आशुतोष महाराज का क्या हुआ
धर्मगुरु आशुतोष महाराज (Ashutosh Maharaj) जिन्होंने 10 साल पहले जालंधर स्थित नूर महल आश्रम में समाधि (Samadhi) ले ली थी, लेकिन उनके शिष्यों का ऐसा मानना था कि एक दिन महाराज जरूर समाधि (Samadhi) से बाहर निकलकर अपने भक्तों को आशीर्वाद देंगे जिसके चलते साल 2014 से उनका शव डीप फ्रीजर (Deep Freezer) में रखा हुआ है. अब उनकी शिष्या ने महाराज जी को वापस लाने के लिए समाधि ले ली है. तबसे यह मामला अजीबोगरीब होता जा रहा है.
आशुतोष महाराज का शव आज भी सुरक्षित
दिव्या ज्योति जागृती संस्थान के संस्थापक धर्मगुरु आशुतोष महाराज (Ashutosh Maharaj) को डॉक्टरों द्वारा 10 साल पहले मृत घोषित कर दिया गया था. उनके शिष्य लगातार यह दावा कर रहे थे कि उनके महाराज ने समाधि (Samadhi) ली हुई है जल्द ही वह वापस आकर सभी को चौंका देंगे इसलिए उनके शव को आज भी सुरक्षित कर रखा गया है.
साध्वी ने भी ली समाधि
अब लखनऊ स्थित आनंद आश्रम में साध्वी गुरु मां आशुतोषाम्वरी (Ashutoshambri) ने अपने गुरु आशुतोष महाराज (Ashutosh Maharaj) को उनके शरीर में वापस लाने के उद्देश्य से बीती 28 जनवरी को समाधि (Samadhi) ले ली, लेकिन समाधि लेने से पहले उन्होंने 28 जनवरी को अपने शिष्यों को एक वीडियो मैसेज जारी करते हुए कहा था कि वह अपने गुरु आशुतोष जी महाराज को उनके शरीर से वापस लाने के लिए समय समाधि लेने जा रही है. शिष्य जमदग्नि ने बताया कि उनकी गुरु माता अशुतोषम्बरी को ध्यान रूप में महाराज ने संदेश दिया था कि मुझे आकर जगायें जिससे वह भौतिक शरीर मे प्रवेश कर सकें.
समाधि लेने से पहले जारी किया वीडियो संदेश
वही उनके इस वीडियो मैसेज के जारी होने के बाद उनके शिष्यों ने एक बार फिर साध्वी गुरु मां आशुतोषाम्वरी शरीर को सुरक्षित रखने के लिए कोर्ट में पीआईएल लगाते हुए यह मांग करी है कि उनके शरीर को सुरक्षित रखा जाए लेकिन जैसे ही यह खबर सोशल मीडिया के जरिए देशभर में लोगों के बीच पहुँची पहले तो लोग तरह-तरह की बातें कर रहे हैं कुछ लोग तो इसे अंधविश्वास भी मान रहे हैं तो वही साध्वी द्वारा ली गई समाधि को लेकर उनसे जुड़े लोग आश्रम में उनके दर्शन करने के लिए पहुंच रहे हैं जिसके लिए लगातार हवन पूजन भी किया जा रहे हैं.
भारी संपत्ति और मिली थी जेड सिक्योरिटी
आप सभी को बताते चले कि इस साल 1983 में जालंधर के नूर महल में दिव्या ज्योति जागृती संस्थान की शुरुआत की गई थी रिपोर्ट्स के मुताबिक देशभर में उनके करीब 350 आश्रम है जिनमें से 65 केवल पंजाब में ही बने हुए हैं इसके अलावा विदेश में भी उनके कई आश्रम है सूत्रों की माने तो इनकी सारी प्रॉपर्टी को मिलाकर 10 अरब रुपए मापा गया है साल 2009 में लुधियाना में आशुतोष महाराज के शिष्यों और सिख समूह में कुछ इसके बाद उन्हें केंद्र सरकार की ओर से जेड सिक्योरिटी प्रदान की गई थी.