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Narsimha Jayanti 2024: कब है नरसिंह जयंती ! भक्त प्रह्लाद की रक्षा और राक्षस हिरण्यकश्यप के अत्याचारों का अंत करने के लिए भगवान ने धारण किया नरसिंह अवतार

Narsimha Jayanti 2024: कब है नरसिंह जयंती ! भक्त प्रह्लाद की रक्षा और राक्षस हिरण्यकश्यप के अत्याचारों का अंत करने के लिए भगवान ने धारण किया नरसिंह अवतार भगवान विष्णु (Lord Vishnu) का चौथा अवतार नरसिंह भगवान (Lord Narsimha) का है. जिन्होंने अपने प्रिय भक्त प्रहलाद की रक्षा और हिरण्यकश्यप का वध करने के लिए यह अवतार लिया था. वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि को नरसिंह जयंती (Narsimha Jayanti) मनाई जाती है. जो इस बार 21 मई 2024 को पड़ रही है. ऐसी मान्यता है कि भगवान विष्णु के इस अवतार की विधि-विधान से पूजन व व्रत करने वाले जातकों के समस्त संकट हमेशा के लिए दूर हो जाते हैं. उनके अंदर का भय भी दूर होता है.
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Mohini Ekadashi 2024 Kab Hai: जानिए कब रखा जाएगा मोहिनी एकादशी का व्रत ! क्या है इस एकादशी का पौराणिक महत्व

Mohini Ekadashi 2024 Kab Hai: जानिए कब रखा जाएगा मोहिनी एकादशी का व्रत ! क्या है इस एकादशी का पौराणिक महत्व वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी मोहिनी एकादशी (Mohini Ekadashi) के रूप में जानी जाती है. मोहिनी एकादशी 19 मई दिन रविवार को पड़ रही है. एकादशी का व्रत पूजन में भगवान विष्णु (Lord Vishnu) को समर्पित है. इस एकादशी पर विधिविधान से व्रत-पूजन करने वाले जातकों के समस्त संकट दूर होते हैं.
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Kamada Ekadashi Kab Hai 2024: कब है कामदा एकादशी ! इस व्रत को करने से 100 यज्ञों के बराबर मिलता है फल

Kamada Ekadashi Kab Hai 2024: कब है कामदा एकादशी ! इस व्रत को करने से 100 यज्ञों के बराबर मिलता है फल धार्मिक मान्यताओं के अनुसार हिंदू धर्म में कई व्रतों (Fast) का अलग-अलग महत्व है इन्हीं में से एक व्रत एकादशी (Ekadashi) का भी होता है. हिंदू संवत्सर (Hindu Samvatsar) की यह पहली एकादशी 19 अप्रैल 2024 को पड़ रही है इस एकादशी को कामदा एकादशी (Kamada Ekadashi) या फलदा एकादशी (Falda Ekadashi) कहते हैं. एकादशी का व्रत करने से जातकों पर भगवान विष्णु की कृपा होती है. चलिए आपको बताएंगे कामदा एकादशी की क्या मान्यता है और इसके पीछे का महत्व क्या है..
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Vijaya Ekadashi Kab Hai 2024: कब है विजया एकादशी ! जानिये सही तारीख-शुभ मुहूर्त और महत्व

Vijaya Ekadashi Kab Hai 2024: कब है विजया एकादशी ! जानिये सही तारीख-शुभ मुहूर्त और महत्व फाल्गुन माह की शुरुआत हो चुकी है. मार्च माह में पड़ने वाली एकादशी जिसे विजया एकादशी (Vijaya Ekadashi) कहा जाता है. फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी विजया एकादशी नाम से जानी जाती है. इस एकादशी का व्रत 6 मार्च को रखा जाएगा. भगवान श्री हरि की पूजा फलदायी मानी गयी है. व्रत और पूजन से सौभाग्य और शत्रुओं पर विजय प्राप्त होती है.
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Jaya Ekadashi (2024) Kab Hai: कब है जया एकादशी ! शुभ मुहूर्त के साथ जानिए जया एकादशी की व्रत कथा का महत्व

Jaya Ekadashi (2024) Kab Hai: कब है जया एकादशी ! शुभ मुहूर्त के साथ जानिए जया एकादशी की व्रत कथा का महत्व हिन्दू धर्म के अनुसार साल में कई एकादशी पड़ती है, हाल ही में षटतिला एकादशी पड़ी थी. अब 20 फरवरी मंगलवार को जया एकादशी (Jaya Ekadashi) का व्रत रखा जाएगा. एकादशी का व्रत भगवान श्री हरि (Lord Vishnu) को समर्पित है. विधिवत पूजन व व्रत कथा करने से जातक के सभी दुख दूर हो जाते हैं और घर में सुख समृद्धि आती है. इसके साथ ही मोक्ष की प्राप्ति (Attainment Of Salvation) भी होती है.
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Shattila Ekadashi 2024 Kab Hai: जानिए कब है 'षटतिला एकादशी' ! क्या है इस एकादशी का पौराणिक महत्व

Shattila Ekadashi 2024 Kab Hai: जानिए कब है 'षटतिला एकादशी' ! क्या है इस एकादशी का पौराणिक महत्व हमारे हिन्दू धर्म में कई एकादशी पड़ती हैं. एकादशी के दिन भगवान श्री हरि (Lord Vishnu) की उपासना (Worship) की जाती है. एकादशी व्रत विधि विधान से करने से विष्णु भगवान जातकों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं. फरवरी मास शुरू हो चुका है. इस माह की पहली एकादशी 6 फरवरी को पड़ेगी. इस एकादशी को षटतिला एकादशी (Shattila Ekadashi) कहा जाता है.
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Adhik Maas 2023 : भगवान श्री हरि को प्रिय है ये Purushottam Mass ! जानिए इसके पीछे का पौराणिक महत्व और Malmas की विशेषता

Adhik Maas 2023 : भगवान श्री हरि को प्रिय है ये Purushottam Mass ! जानिए इसके पीछे का पौराणिक महत्व और Malmas की विशेषता AdhikMass 2023: अधिकमास को मलमास (Malmas) और पुरुषोत्तम मास (Purushottam Mass) भी कहा जाता है.अधिकमास भगवान श्री हरि को प्रिय है.पौराणिक मान्यताओं के अनुसार प्रचलित कथाएं भी अधिकमास को लेकर समाहित हैं.इस वर्ष अधिकमास की शुरुआत सावन के बीच से ही हो रही है.यह मास 18 जुलाई से शुरू होकर 16 अगस्त को समाप्त हो जाएंगे.
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