Tips Of Asthma Patients: अस्थमा रोगी बरतें सर्दियों में सावधानी ! इन टिप्स के जरिये रखें खुद का ध्यान
Health Tips
अक्सर ऐसा देखा जाता है कि सर्दियां (Winters) बढ़ने से कई रोग भी बढ़ने लगते हैं, सबसे ज्यादा परेशानी अस्थमा मरीजों (Asthma Patients) को होती है. दरअसल धुंध के समय यह परेशानी दोगुनी हो जाती है जिस वजह से अस्थमा रोगियों को अटैक आने की संभावना सबसे ज्यादा बढ़ जाती है ऐसे में आज हम कुछ टिप्स (Tips) बताने जा रहे हैं यदि आप इन्हें फॉलो करते हैं तो इससे आपको काफी लाभ (Benefit) मिलेगा.
ऐसे होती है लक्षण की शुरुआत
जनवरी महीने (January) की शुरुआत हो चुकी है ऐसे में सर्दी (Winter) भी दिन पर दिन अपना रौद्र रूप धारण कर रही है. अब तो आलम यह है कि सुबह हो या शाम मौसम एक जैसा ही बना है तो वहीं दूसरी तरफ इस बढ़ती हुई ठंड की वजह से अस्थमा मरीजों (Asthma Patients) की परेशानी भी बढ़ जाती है. अस्थमा मरीजों की सांस की नली में सूजन (Swell) और बहुत तरह के अवरोध उत्पन्न होने लगते हैं, जिसके चलते सांस लेने में काफी परेशानी भी होने लगती है. यही नहीं बढ़ते हुए प्रदूषण की वजह से कफ (Cough) बनने लगता है जिस वजह से मरीज़ों को सांस सही से नहीं आती और फिर उन्हें घबराहट सी होने लगती है ऐसे में मरीज को कुछ जनरल बातों का ध्यान रखे तो काफी हद तक इससे बचा जा सकता है.
अस्थमा मरीज अपनी दिनचर्या में करें ये काम
रात में यदि आपको दूध पीकर (Take Milk) सोने की आदत है तो रुकिए दूध जितना शरीर के लिए लाभकारी है अस्थमा मरीजों के लिए उतना हानिकारक भी साबित हो सकता है. इसलिए दूध में काली मिर्च और हल्दी डालकर पिए सुबह खाली पेट लहसुन (Garlic) की कलियों को छीलकर करीब 30 सेकंड धूप में रखे और फिर उसे एक चम्मच शहद मिलाकर खाये, ऐसा करने से आपकी नली में जमा कफ काफी हद तक साफ हो जाएगा, कोशिश ये करें कि जितना हो सके घर के अंदर ही रहकर अपना समय व्यतीत करें. इन्हेलर अपने पास जरूर रखें.
न करें धूम्रपान और एल्कोहल का सेवन
अस्थमा मरीजों के लिए धुआं बेहद घातक साबित होता है ऐसे में यदि आप धूम्रपान करते हैं तो सजक हो जाइए क्योंकि सिगरेट, बीड़ी पीने से धुआं गले में जमने लगता है और फिर यह कफ के रूप में बन जाता है, जिस वजह से मरीज को सांस लेने में या फिर कुछ भी गटकने में काफी समस्या होती है तो ऐसे में यदि आप धूम्रपान या अल्कोहल का सेवन करते हैं तो इससे आज से ही दूरी बना लें और बचाव करें.
प्रदूषण से खुद को रखे दूर, खुद को रखें सुरक्षित
अक्सर ठंड में ऐसा देखा जाता है कि प्रदूषण (Pollution) भी हमारे आसपास के एरिया में काफी बढ़ जाता है प्रदूषण में उड़ने वाले छोटे-छोटे धूल के कण और कंकड़ जो हवा के जरिए हमारे मुंह के अंदर चले जाते हैं इसे भी अस्थमा के मरीजों को काफी समस्या होती है इसलिए जितना हो सके तो खुद सुरक्षित रहें और दूसरों से भी खुद को बचाएं.
सोते समय अपना सिर को ऊंचा रखे इसके साथ ही ज्यादा खुश्बू वाला परफ्यूम (Perfume) के इस्तेमाल से बचे, क्योकि ज्यादा खुशबू भी अटैक का कारण बन सकती है, यदि आपके पास कोई पालतू जानवर (Pets) है तो उन्हें खुद से दूर रखें क्योंकि इनसे भी आपको इंफेक्शन हो सकता है. यही नही जितना हो सके अपना बिस्तर साफ रखें आप जहाँ भी रहते है फिर चाहे वह आपके घर का एरिया हो या बाहर का साफ सफाई (Clean) का ध्यान अवश्य रखें. यदि अस्थमा रोगी हमारे इन बताए गए बातों का ध्यान रखते है तो काफी हद तक इस रोग से अपने आप को सुरक्षित रखा जा सकता है.