Dehydration Symptoms In Hindi: गर्मी में इस तरह से रखें शरीर का ख्याल ! नही तो हो जाएंगे डिहाइड्रेशन का शिकार
Dehydration News In Hindi
गर्मियों के मौसम (Summer Weather) की शुरुआत हो चुकी है. मौसम में परिवर्तन होने लगा है. गर्मियों में पानी कम पीने (Drink Less Water) की वजह से शरीर में एक समय बाद पानी की कमी हो जाती है जिससे कई तरह की दिक्कतें होने लगती है. इसलिए प्रतिदिन शारीरिक क्षमता के अनुसार पानी पीना अति आवश्यक (Necessary to drink water) और लाभकारी है दरअसल पानी कम पीने से शरीर के कई महत्वपूर्ण अंग काफी प्रभावित (Organs Effected) होते हैं इसलिए अभी से ही पानी पर्याप्त मात्रा में पीना शुरू कर दीजिए. आगे जानेंगे कि शरीर में पानी की कमी होने का क्या कारण है और इसे कैसे पूरा कर सकते हैं.
पानी की कमी से हो सकता है डिहाइड्रेशन
डॉक्टर के मुताबिक यदि लंबे समय तक तरल पदार्थ या फिर पानी ना पिया जाए तो शरीर में पानी की कमी (Lack Of Water) होने लगती है जिसे डॉक्टरी भाषा में डिहाइड्रेशन (Dehydration) कहा जाता है क्योंकि जब हमारे शरीर को पर्याप्त मात्रा में पानी की आवश्यकता होती है लेकिन किसी कारणवश हम अपने शरीर को पानी नहीं दे पाते हैं जिस वजह से डिहाईड्रेशन के शिकार हो जाते हैं ऐसे में यदि समय रहते इसको आईडेंटिफाई ना किया जाए तो यह जानलेवा भी साबित हो सकता है.
क्या होता है डिहाइड्रेशन (What is Dehydration)
बहुत से ऐसे लोग हैं जिन्हें डिहाइड्रेशन यानी की निर्जलीकरण (Dehydration) का मतलब मालूम होगा तो वहीं कुछ लोग ऐसे भी होंगे जिन्हें डिहाइड्रेशन के विषय में कोई जानकारी नहीं है. उनकी जानकारी के लिए बता दें कि हमारा शरीर 75% पानी से बना होता है शरीर के सभी अंगों को प्रॉपर काम करने के लिए पानी की आवश्यकता पड़ती है, क्योंकि पानी की वजह से ही हीमोग्लोबिन (Haemoglobin) बनता है जिस वजह से स्किन हेल्दी और हाइड्रेटेड (Hydrated) रहती है यही नहीं पर्याप्त मात्रा में पानी पीने की वजह से हमारा दिमाग भी अच्छे से काम करता है जब कभी शरीर को पर्याप्त मात्रा में पानी नहीं मिलता है तो शरीर के भीतरी अंग अचानक सिकुड़ने लगते हैं.
डिहाइड्रेशन के होते है ये लक्षण (Symptoms of Dehydration)
जब कोई व्यक्ति डिहाइड्रेशन का शिकार होता है तो उसके शरीर में कई तरह के लक्षण (Symptoms) दिखाई देते हैं यदि समय रहते इन लक्षणों को पहचान लिया जाए तो मरीज को इस रोग से बचाया जा सकता है नहीं तो यह जानलेवा भी साबित हो सकता है डिहाइड्रेशन के लक्षण इस प्रकार हैं, रोने के बावजूद आंखों से आंसू नहीं निकलना, जीभ और होंठ का सूखना, सर दर्द होना, त्वचा का सूखना और झुरिया होना बहुत जल्दी थकान होना, कमजोरी चक्कर आना, मुंह सूखना, भूख न लगना, रक्तचाप कम होना, मांसपेशियों में ऐंठन, पैरों में सूजन, पेशाब का रंग गहरा पीला हो जाना और कब्ज की शिकायत जैसे लक्षण दिखाई देने लगते हैं.
इस तरह पूरी करें पानी की कमी
डिहाइड्रेशन होने की सबसे बड़ी शरीर पर्याप्त मात्रा में पानी न पीना जिससे शरीर सूखने लगता है. यही नहीं अत्यधिक धूप में निकलना लेकिन ऐसे में डायरिया भी शरीर में पानी की कमी कर देता है इसलिए गर्मी के समय जितना हो सके उतना तरल पदार्थ का सेवन करें नहीं तो डिहाइड्रेशन की वजह से बेहोशी, सर दर्द, ब्लड प्रेशर लो होना और चक्कर आने जैसी समस्याएं भी हो सकती हैं.
डिहाइड्रेशन से बचने के लिए करें सेवन
चिकित्सकों की माने तो रोजाना 8 से 10 क्लास पानी जरूर पीना चाहिए यदि आप फील्ड वर्क करते हैं तो अपने साथ पानी की बोतल जरूर रखें जरूरी नहीं है कि पानी ठंडा होना चाहिए जितना हो सके उतना हरी सब्जियों का सेवन करें.
साथ ही सब्जियों में ककड़ी, खीरा, गाजर, टमाटर, तरोई ज्यादा से ज्यादा खाएं साथ ही मौसमी फलों का सेवन नियमित रूप से करते रहें. जिनमे केले, अमरुद, संतरे, पपीते और सेब भी खा सकते हैं तरल पदार्थ में लस्सी, नारियल पानी, फलों का रस, नींबू पानी और गन्ने का जूस भी पी सकते हैं यदि आपने इन सभी बातों का ध्यान रखा तो आप डिहाइड्रेशन से बच सकते हैं.