World Photography Day:फतेहपुर के इस युवा फ़ोटो जर्नलिस्ट की कहानी आपको जाननी चाहिए..!
19 अगस्त को वर्ल्ड फ़ोटोग्राफी डे के तौर पर मनाया जाता है..इस मौक़े पर हम आपको फतेहपुर के एक युवा फ़ोटो जॉर्लनिस्ट के बारे में बताना चाह रहें हैं..जिसने अपनी लगन और मेहनत से फ़ोटोग्राफी में ऊंचे मुकाम हासिल करने के लिए प्रयत्नशील है..पढ़ें युगान्तर प्रवाह की यह रिपोर्ट..
फतेहपुर:19 अगस्त को पूरी दुनियां में वर्ल्ड फ़ोटो ग्राफी डे मनाया जाता है।दरअसल साल 1826 में दुनिया की पहली दिखने वाली तस्वीर खींचने का श्रेय जाता है फ्रांस के जुझारू इनवेंटर जोसेफ नाइसफोर और उनके मित्र लुइस डॉगेर को, जिन्होंने अपनी आधी उम्र सिर्फ इसी काम के लिए समर्पित कर दी। इन दोनों की फोटो खींचने की इसी उपलब्धि को दुनिया 'डॉगेरोटाइप' प्रोसेस कहती है और इसे सम्मान देने के लिए वर्ल्ड फोटोग्राफी डे मनाए जाने का सिलसिला शुरू हुआ। world photography day
ये भी पढ़ें-फतेहपुर:शादीशुदा प्रेमिका से मिलने उसके घर पहुँचा था नवयुवक प्रेमी..ससुरों ने मार डाला..!
(नीरज पटेल फ़ोटो जर्नलिस्ट)
इस मौक़े पर हम फतेहपुर के जिस फ़ोटो जर्नलिस्ट की बात कर रहें हैं उसका नाम नीरज पटेल उम्र क़रीब 30 साल है।नीरज जनपद के बहुआ विकास खण्ड के एक छोटे से गाँव रसूलपुर के रहने वाले हैं।मध्यवर्गीय परिवार में पले बढ़े नीरज को बचपन से ही फ़ोटोग्राफ़ी करने का शौक था, लेक़िन परिवार इस स्थित में नहीं था कि उन्हें फोटोग्राफी का कोई कोर्स करा सके।
नीरज बताते हैं कि उन्होंने मनोविज्ञान से एम.ए की डिग्री ली,IGD (बाम्बे आर्ट) का डिप्लोमा लिया।घर वालों की इच्छा थी कि वह बीएड करें।घर वालों की भावनाओं का सम्मान करते हुए नीरज ने बीएड कोर्स में एडमिशन ले लिया लेक़िन फोटोग्राफी के प्रति बढ़ते जुनून के चलते उन्होंने बीएड का कोर्स बीच में ही छोड़ दिया।
(फोटो:नीरजपटेल)
और साल 2009 में एक दैनिक समाचार पत्र में बतौर फ़ोटो जॉर्लनिस्ट नौकरी कर ली।तब से लेकर वह आज तक यूपी के कई जिलों में बतौर फ़ोटो जर्नलिस्ट नौकरी कर चुकें हैं।औऱ अभी भी एक लीडिंग समाचार पत्र में बतौर सीनियर फ़ोटो जॉर्लनिस्ट फतेहपुर जनपद में ही काम कर रहें हैं। world photography day fatehpur
(फोटो:नीरजपटेल)
नीरज कहते हैं कि उन्होंने फोटोग्राफी का कोई अलग से कोर्स नहीं किया बस एक कैमरा किसी तरह रुपए जोड़कर खरीद लिया था।सीनियर फ़ोटो जर्नलिस्टों द्वारा खींची फ़ोटो को देख देखकर ही फ़ोटो खींचना सीखा है।