चित्रकूट के चर्चित जुड़वा बच्चों की अपहरण के बाद हुई हत्या..गुस्साए लोंगो ने शुरू किया हंगामा।
बीते 12 फ़रवरी को चित्रकूट में हुए दो स्कूली जुड़वां बच्चों के अपरहण में रविवार सुबह एक दर्दनाक खबर सामने आई..जब दोनों बच्चों के शव यमुना नदी में पुलिस को बरामद हुए...पढ़े इस ससनीखेज वारदात की पूरी कहानी युगान्तर प्रवाह पर...
चित्रकूट: बहुचर्चित तेल व्यवसायी के जुड़वां बच्चों के अपहरण कांड में आज सुबह अत्यंत दर्दनाक खबर सामने आई,घटना में अपहृत हुए दोनों बच्चों प्रेयांश व श्रेयांश के शव आज बाँदा जिले की एक नदी में पाए गए।शव मिलने के बाद पूरे चित्रकूट क्षेत्र में भारी तनाव व्याप्त है,पूरे जिले में भारी आक्रोश भड़का हुआ है।
आपको बता दे कि 12 फरवरी को कट्टे की नोक पर दिन दहाड़े स्कूली बस से तेल व्यवसायी के जुड़वा बेटों का फिल्मी स्टाइल में अपरहण हुआ था। अपरहण के कई दिनों तक बाद मध्य प्रदेश पुलिस व यूपी पुलिस केवल हाँथ पैर मारती रही और अपरहणकर्ताओ को नहीं पकड़ सकी थी।
बीस लाख-रुपये-की फिरौती लेने के बाद भी अपहरणकर्ताओं ने कर दी बच्चों की हत्या...
अपरहणकर्ताओ ने तेल व्यवसायी ब्रजेश रावत से 20 लाख रुपए फिरौती के रूप में मांगें थे जिसके बाद परिजनों ने अपरहणकर्ताओ को उनके बताए ठिकाने पर रुपए पहुंचा दिए थे। लेक़िन फिरौती की रक़म मिलने के बाद अपरहणकर्ताओ ने दोनों बच्चों को मारकर उनके शवों को यमुना नदी में फेंक दिया इस मामले में पुलिस ने अब तक मुख्य आरोपी पदम शुक्ला को उसके 6 साथियों सहित गिरफ्तार कर लिया है। जानकारी के मुताबिक अपहरणकर्ताओं ने बच्चों से पूछा कि क्या हमें पहचान लोगे, इस पर बच्चों ने हां कहां।इसी के बाद अपहरणकर्ताओं ने दोनों बच्चों के हाथ-पैर बांध कर यमुना में फेंक दिया।
पुलिस ने दोनों बच्चों की मौत की पुष्टि कर दी है।जिन छह लोगों को पुलिस ने इस मामले में गिरफ्तार किया है ये पेशेवर अपराधी नहीं है बल्कि जल्द पैसा कमाने के लालच में शॉर्टकट अपनाने वाले संपन्न घरों के लड़के हैं।गिरफ्तार आरोपियों में एक स्कूल के सुरक्षा गार्ड का बेटा, एक बच्चों कोचिंग पढ़ाने वाले का लड़का,एक बीटेक का छात्र और एक पुरोहित का बेटा शामिल है।
अखिलेश यादव ने-ट्वीट कर सरकार को घेरा...
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने इस मामले पर एक ट्वीट करते हुए देश की क़ानून व्यवस्था पर सवाल उठाया।उन्होंने ट्वीट में लिखा
'आज बांदा में दो मज़लूम बच्चों की लाशें मिलीं।उनकी जानें गयीं और एक परिवार का भविष्य उजड़ गया।सरकारों की ज़िम्मेदारी है कि हर नागरिक को सुरक्षित रखे और दुःख है कि हाल यह है कि मां बाप बच्चों को स्कूल भेजने से भी डरेंगे! देश की क़ानून व्यवस्था अब इससे ज़्यादा क्या बिगड़ेगी?