यूपी की शबनम जिसे दी गई है सज़ा-ए-मौत, मथुरा जेल में तैयारियां शुरू
आज़ाद भारत में पहली बार किसी महिला को फाँसी दिए जाने की तैयारी शुरू हो गई है, राष्ट्रपति द्वारा दया याचिका ख़ारिज किए जाने के बाद शबनम नाम की महिला को मथुरा जेल में बने फाँसी घर में फाँसी दी जाएगी, इसको लेकर तैयारियां शुरू हो गईं हैं.पढ़ें पूरी खबर युगान्तर प्रवाह पर..
मथुरा:आज़ादी के बाद देश में पहली बार किसी महिला को फाँसी की सज़ा दिए जाने की तैयारी चल रही है।यूपी का इकलौता मथुरा जेल है जहाँ किसी महिला को फाँसी दी सकती है।रामपुर जेल में बन्द सज़ा-ए-मौत की सज़ा पा चुकी शबनम को मथुरा जेल में फांसी दी जाएगी, राष्ट्रपति द्वारा उसकी दया याचिका को ख़ारिज किया जा चुका है। shabnam news
अभी तक फाँसी दिये जाने की डेट तय नहीं हुई है।लेकिन मथुरा जेल प्रशासन फाँसी की तैयारियों में जुट गया है।मेरठ के पवन जल्लाद ने भी जेल के फाँसी घर का मुआयना किया है।फांसी के फंदे के लिए विशेष रस्सी मनीला से मंगाई गई है, जबकि फंदा बक्सर में तैयार हो रहा है।shabnam love story
क्या किया था शबनम ने..
यूपी के अमरोहा ज़िले की रहने वाली शबनम ने 2008 में 14-15 अप्रैल की रात अपने प्रेमी संग मिलकर परिवार के सात लोगों का कुल्हाड़ी से वार कर क़त्ल कर दिया था।मरने वालों में शबनम के माता, पिता, दो भाई, एक भाभी, एक मौसेरी बहन औऱ एक मासूम भतीजा शामिल था।उस वक़्त शबनम की उम्र करीब 26 साल थी औऱ वह गर्भवती भी थी।।
पुलिस ने पूरे मामले का खुलासा कर शबनम औऱ उसके प्रेमी को गिरफ्तार किया था।शबनम ने जेल में ही एक बच्चे को जन्म दिया था, करीब 9 साल तक बच्चा जेल में ही पला बढ़ा था।फिलहाल वह अब जेल से बाहर एक स्थानीय व्यक्ति के पास है।