विकास दुबे एनकाउंटर:सपाट सड़क पर कैसे फिसली गाड़ी..!
यूपी का मोस्ट वांटेड अपराधी विकास दुबे शुक्रवार की सुबह उज्जैन से कानपुर लाते वक़्त पुलिस एनकाउंटर में मारा गया..एनकाउंटर को लेकर यूपी पुलिस और राज्य की योगी सरकार पर सवाल उठने शुरू हो गए हैं..पढ़ें युगान्तर प्रवाह की एक रिपोर्ट..
कानपुर:दुर्दांत अपराधी विकास दुबे का शुक्रवार की सुबह अंत हो गया।आठ पुलिसकर्मियों की निर्मम तरीक़े से हत्या करने का आरोप अपने सिर लेकर घूम रहा विकास गुरुवार को उज्जैन में महाकाल मंदिर से मध्यप्रदेश पुलिस की हिरासत में लिया गया था।वहाँ से उसे यूपी एसटीएफ को सौंप दिया गया।कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच लाया जा रहा विकास शुक्रवार सुबह बीच रास्ते में ही था तभी उसकी पुलिस मुठभेड़ में मौत हो गई।
ये भी पढें-बड़ी खबर:कानपुर कांड का पटाक्षेप..विकास दुबे मारा गया..!
लेक़िन एनकाउंटर को लेकर अब कई सवाल खड़े हो रहें हैं।लोग सवाल कर रहें हैं कि जब इतनी सुरक्षा व्यवस्था के बीच विकास लाया जा रहा था तो फिर कैसे उसने भागने की कोशिश की।पुलिस द्वारा बताया गया है कि जिस गाड़ी में विकास को बैठाकर लाया जा रहा था वह गाड़ी अनियंत्रित होकर पलट गई।
ये भी पढ़ें-कानपुर कांड:विकास दुबे की पत्नी और बेटे की ख़ाली प्लाट से हुई गिरफ्तारी..!
कानपुर के एडीजी जे.एन सिंह ने एक न्यूज चैनल से बातचीत करते हुए बताया कि सड़क के किनारे काफी ज्यादा गैप था। इससे गाड़ी के फिसलने की संभावना काफी ज्यादा थी।गाड़ी स्लिप कर गई थी।उसके बाद वो हमारे एक विवेचक की पिस्टल छीनकर भागने लगा।जब पुलिस ने उसे घेरने की कोशिश की, तो उसने पुलिस पार्टी पर फायरिंग की।इसके बाद जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने उस पर फायरिंग की।’
कानपुर पुलिस के आधिकारिक बयान के मुताबिक, विकास को STF की टीम उज्जैन से कानपुर ला रही थी। कानपुर नगर के भौंती के पास पुलिस की गाड़ी हादसे का शिकार होकर पलट गई।उसमें बैठे अभियुक्त (विकास) और पुलिसवाले घायल हो गए। इस दौरान अभियुक्त विकास ने घायल पुलिसकर्मी की पिस्टल छीनकर भागने की कोशिश की।पुलिस टीम ने उसका पीछा किया, आत्मसमर्पण करने को कहा।वो नहीं माना। पुलिस पर फायरिंग करने लगा. जवाब में पुलिस ने भी फायरिंग की।विकास दुबे घायल हो गया।इलाज के लिए अस्पताल लाया गया, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।