कानपुर से बहुत बड़ी ख़बर-बदमाश विकास दुबे को पकड़ने गई पुलिस टीम पर हमला..सीओ, तीन एसओ समेत आठ पुलिस कर्मी शहीद..कई घायल..!
यूपी के कानपुर में गुरुवार आधी रात बहुत बड़ा कांड हो गया है।हिस्ट्रीशीटर बदमाश विकास दुबे को पकड़ने के लिए दबिश देने पहुँची टीम पर हमला हो गया है..हमले के एक सीओ समेत आठ पुलिस कर्मी शहीद हो गए हैं..पढ़े पूरी खबर युगान्तर प्रवाह पर।
कानपुर:गुरुवार आधी रात को यूपी के कानपुर से एक ऐसी ख़बर सामने आई है जिसने पूरे यूपी में हड़कम्प मचा दिया है।कई गम्भीर मामलों में वांछित चल रहे विकास दुबे नाम के एक हिस्ट्रीशीटर बदमाश को पकड़ने पहुँची पुलिस टीम पर बदमाशों ने गोलियों से हमला कर दिया।जिसके चलते बिहल्लौर सीओ देवेंद्र मिश्रा समेत आठ पुलिस कर्मी शहीद हो गए हैं।
जानकारी के अनुसार हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे और उसके साथियों के चौबेपुर के बिकरु गांव में एक घर पर होने की सूचना मिली थी, इसपर गुरुवार आधी रात शिवराजपुर, चौबेपुर और बिठूर थाने की फोर्स लेकर सीओ बिल्हौर देवेंद्र मिश्रा दबिश देने गए। पुलिस टीम के गांव में पहुंचते ही विकास दुबे और उसके साथियों ने घरों की छत से फायरिंग शुरू कर दी। अचानक हुए हमले में पुलिस ने भी जवाबी फायरिंग की।लेकिन बदमाशों की गोली लगने से सीओ देवेंद्र मिश्रा, थाना प्रभारी शिवराजपुर महेश चंद्र यादव चौकी इंचार्ज मंधना अनूप कुमार सिंह सब इंस्पेक्टर नेबू लाल सिपाही सुल्तान सिंह सिपाही राहुल सिपाही बबलू सिपाही जितेंद्र शहीद हो गए।
ये भी पढ़े-UP:चिप्स खाकर बिगड़ी युवक की हालत..पैकेट देखा तो हैरान रह गया..!
आईजी मोहित अग्रवाल ने बताया कि बदमाशों की गोली से तीन सब इंस्पेक्टर और चार सिपाही भी शहीद हुए हैं और छह से ज्यादा पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। घायल हुए बिठूर थानाध्यक्ष कौशलेंद्र प्रताप सिंह, कांस्टेबल अजय सिंह सेंगर, सिपाही अजय कश्यप, शिव मूरत निषाद थाना चौबेपुर, होमगार्ड जयराम पटेल, एसआई सुधाकर पांडे, एसआई विकास बाबू को रीजेंसी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
आपको बता दें कि वर्ष 2001 में शिवली थाने के बाहर दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री संतोष शुक्ला की हत्या में नामजद रह चुके हिस्ट्रीशीटर बदमाश विकास दुबे चौबेपुर थाना क्षेत्र के गांव बिकरू का रहने वाला है। उसपर कई आपराधिक मामले दर्ज हैं और वांछित अपराधी है, जिसकी तलाश पुलिस कर रही थी।
पुलिस की जवाबी कार्यवाही में तीन बदमाशों के भी मारे जाने की ख़बर है।लेकिन अब तक इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।फिलहाल विकास दुबे और उसके कई साथी घटना को अंजाम देने के बाद फरार हैं।कानपुर की चारों तरफ़ की सीमाएं सील कर दी गई है।कई जिलों का पुलिस फोर्स, एसटीएफ़ ने मोर्चा संभाला हुआ है।