फतेहपुर:पूर्व प्रधान हत्याकांड-इन सवालों के जवाब तलाश कर रही है पुलिस..भाइयों सहित आरोपी बनाए गए वर्तमान ग्राम प्रधान..!
थरियांव थाना क्षेत्र के फरीदपुर गाँव में बुधवार देर रात हुई पूर्व ग्राम प्रधान शिवशंकर सिंह यादव की हत्या की असल वजह क्या है, इसकी जाँच खुलासे में लगी टीमों द्वारा लगातार की जा रही है।शुक्रवार को भी पुलिस द्वारा कई लोगों से अलग अलग पूछताछ की गई..पढ़े इस सनसनीखेज हत्याकांड पर युगान्तर प्रवाह की फ़ॉलोअप रिपोर्ट।
फतेहपुर:शुक्रवार को पूरे दिन गाँव में सन्नाटा पसरा रहा।पुलिस की एक टुकड़ी मृतक शिवशंकर के घर परिवार को सुरक्षा देने के उद्देश्य से मौजूद रही।आपको दे कि थरियांव थाना क्षेत्र के फरीदपुर गाँव में पूर्व प्रधान शिवशंकर सिंह यादव (61) की बुधवार देर रात घर के बाहर सोते वक्त गोलीमार कर हत्या कर दी गई थी।
हत्याकांड के खुलासे में लगी पुलिस की टीमों ने शुक्रवार को गाँव के क़रीब दर्जन भर लोगों को थाने में बुलाकर अलग अलग पूछताछ की।पूछताछ में पुलिस को कई अहम जानकारियां हाँथ लगी हैं।मृतक शिवशंकर के बेटे चमन सिंह, पौत्र जितेंद्र सिंह, मायके में ही रहने वाली छोटी बेटी कुंती और मृतका की पत्नी राजरानी से भी स्वाट और पुलिस की टीमों ने पूछताछ की है।
वर्तमान ग्राम प्रधान व भाइयों को बनाया गया आरोपी..!
पुलिस की जाँच अब इस बिंदु पर आकर टिक गई है कि घटना वाली रात्रि की सुबह मृतक के बेटे द्वारा अज्ञात हमलावरों के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराने को लेकर प्रार्थना पत्र के बाद उसी दोपहर मृतक की पत्नी द्वारा गांव के ही वर्तमान ग्राम प्रधान, और उसके दो भाइयों व एक अन्य पारिवारिक भाई के विरुद्ध हत्या का आरोप लगाते हुए एफआईआर दर्ज कराने का प्रार्थना पत्र आखिर क्यों दिया गया।हालांकि पुलिस ने प्रार्थना पत्र के आधार पर चारों नामज़द आरोपियों के नाम एफआईआर दर्ज कर ली है।सूत्रों की माने तो पुलिस चारों को पूछताछ के लिए थाने ले गई है।लेकिन अब तक की पूछताछ में नामज़द किए गए चारों आरोपियों के विरुद्ध कोई ठोस सबूत हाँथ नहीं लग पाया है।
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पुलिस इस बात की गहनता से जाँच कर रही है कि दोपहर बाद ऐसा क्या हुआ कि मृतक की पत्नी राजरानी को घटना वाली रात हुई सारी कथित बातें अचानक से याद आ गई,जो सुबह से याद नहीं थीं।
आपको बता दे कि शुरू की जाँच में यह बात निकलकर आई थी कि घटना वाली रात शिवशंकर की बहु, पत्नी और छोटा पौत्र घर की छत पर सो रहे थे।जबकि बड़ा पौत्र अपनी पत्नी को लेकर अपनी ससुराल गया हुआ था।घटना को अंजाम देने के पहले हमलावर ने सीढ़ियों में लगे दरवाजे की कुंडी को बाहर से बन्द कर दिया था।मृतक के पास कुछ ही दूरी पर बेटा चमन सिंह लेटा हुआ था।सबसे पहले हत्या की जानकारी उसी को हुई थी और उसी ने शोर मचाकर सबको जगाया था।सुबह बेटे और पत्नी ने भी पुलिस को यही बताया था कि हमलावर कौन थे रात के अंधेरे में वह पहचान नहीं पाए हैं।
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जबकि दोपहर बाद राजरानी के हवाले से दिया गया प्रार्थना पत्र कुछ और ही कहानी बयां कर रहा है। प्रार्थना पत्र में यह बताया गया है कि घटना को अंजाम देने के लिए वर्तमान ग्राम प्रधान और उनके भाई आए थे पहले उन्होंने गाली गलौच की और फ़िर गोलीमार कर हत्या कर दी।घटना की चश्मदीद गवाह राजरानी और उसकी मायके में रहने वाली छोटी बेटी कुंती है।लेकिन खुलासे में लगी पुलिस टीमों के यह बात गले नहीं उतर रही है।क्योंकि यदि ऐसा था तो पुलिस को इसकी जानकारी शुरू में ही क्यों नहीं दी गई।जिस चारपाई पर शिवशंकर की गोली मारकर हत्या की गई उसके सबसे नजदीक बेटा चमन सिंह ही था।वह हमलवारों को क्यों नहीं पहचान सका।जबकि मृतक की पत्नी जो क़रीब 60 साल की वृद्ध है उसने सबको रात्रि में कैसे पहचान लिया।साथ ही यदि रात के अंधेरे में चार लोगो ने गाली गलौच करते हुए गोली मारी तो अगल बगल थोड़ी थोड़ी दूर पर लेटे हुए पड़ोसियों को क्यों नहीं कुछ सुनाई दिया।
ये वो अहम सवाल हैं जिनका जवाब पुलिस तलाश कर रही है।
थानाध्यक्ष विनोद कुमार गौतम ने बताया कि नामजद किए गए चारों आरोपियों के विरुद्ध हत्या की एफआईआर दर्ज कर ली गई है।पूछताछ के लिए उठाया गया है।कई अन्य लोगो से भी पूछताछ जारी है।घटना का खुलासा जल्द ही कर दिया जाएगा।