Road Accident In Unnao: दुःखद खबर ! सड़क हादसे में गंगाघाट कोतवाल की मौत, पुलिस महकमे में शोक की लहर
उन्नाव-हरदोई सड़क मार्ग पर भीषण सड़क हादसे से हड़कंप मच गया,इस सड़क हादसे में उन्नाव गंगाघाट के कोतवाल राघवेंद्र सिंह की मौत हो गई जबकि सिपाही गंभीर रूप से घायल हैं जिनका ट्रामा सेंटर में इलाज किया जा रहा है बताया जा रहा है कि निजी वाहन से वे उन्नाव से हरदोई की ओर जा रहे थे तभी यह हादसा हुआ घटना की सूचना पर पुलिस महकमे में शोक की लहर दौड़ गई.
हाईलाइट्स
- उन्नाव हरदोई मार्ग पर भीषण सड़क हादसा,कोतवाल की सड़क हादसे में मौत
- उन्नाव गंगाघाट में तैनात थे कोतवाल राघवेंद्र सिंह
- पुलिस महकमे में शोक की लहर,परिजनों में कोहराम
Unnao Gangaghat Kotwal died in a road accident : उन्नाव पुलिस विभाग में तैनात गंगा घाट थाना इंचार्ज का सड़क दुर्घटना में निधन होने से पुलिस विभाग में शोक की लहर फैल गई है.दरअसल वे अपने साथी के साथ हरदोई किसी काम से निकले थे तभी सामने से आ रहे डीसीएम ने कार में टक्कर मार दी. जिसमे दोनों गम्भीर रूप से घायल हो गए.पुलिस की मदद से दोनों को ट्रॉमा सेंटर ले जाया गया जहां इंस्पेक्टर की मौत हो गई.
सड़क दुर्घटना में इंस्पेक्टर की मौत
जानकारी के मुताबिक उन्नाव गंगाघाट थाने के इंस्पेक्टर राघवेंद्र सिंह अपने निजी वाहन से किसी निजी काम से हरदोई जा रहे थे, कि तभी बेनीगंज के पास डीसीएम की कार से आमने-सामने भीषण टक्कर हो गई. टक्कर इतनी जोरदार थी कि कार के परखच्चे उड़ गए.इस घटना में उनके साथ कार सवार एक साथी भी बुरी तरह घायल हो गया ,मौजूद राहगीरों ने पुलिस की मदद से कार में फंसे दोनों लोगो को निकालकर इलाज के लिए लखनऊ ट्रामा सेंटर लेकर पहुंचे जहां पर इलाज के दौरान इंस्पेक्टर की मौत हो गई.
कानपुर में भी दे चुके थे सेवा
हर दिल अजीज काम के प्रति ईमानदार सबके प्रिय दरोगा राघवेंद्र सिंह मूल रूप से जालौन के मिर्जापुर गांव थाना माधवगंज के रहने वाले थे. कानपुर में ड्यूटी के दौरान अपनी पत्नी और एक बच्चे के साथ बर्रा इलाके में रहते थे. साथ ही कानपुर शहर के कई थानों सचेंडी, किदवई नगर काकादेव और महाराजपुर में भी तैनात रह चुके राघवेंद्र सिंह का दिसंबर 2021 में कानपुर से ट्रांसफर होकर उन्नाव में तैनाती मिली थी .जिसके अंतर्गत उन्होंने अचलगंज थाने की कमान संभाली. उनके कार्यों से प्रभावित होकर उन्नाव एसपी ने उन्हें दही थाने की कमान सौंपी और 9 जून को उन्हें गंगा घाट थाने का प्रभारी भी बनाया गया.
गुरुवार की सुबह जब वह किसी निजी कार्य के लिए शुक्लागंज निवासी अपने एक साथी नीलकमल दीक्षित के साथ हरदोई जा रहे थे कि तभी सामने से आ रहे तेज रफ्तार डीसीएम से उनकी भिड़ंत हो गई इस घटना में वह बुरी तरह घायल हो गए वहीं घटना की सूचना पर पहुंची पुलिस ने आनन-फानन में उन्हें लखनऊ ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई तो वहीं दूसरी तरफ उनके साथी का अभी इलाज चल रहा है हालांकि इस घटना की सूचना उनके परिजनों को दे दी गई है सूचना मिलते ही उनके परिवार में शोक की लहर दौड़ पड़ी है.पत्नी और बच्चे का रो रो कर बुरा हाल है. पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और डीसीएम चालक की तलाश शुरू कर दी है.