Kota Student Suicide Case 2023: कोटा बना मौत का अड्डा ! 24 घंटे में दो की गई जान, 8 माह में 22 छात्र कर चुके हैं सुसाइड
Kota Student Suicide Case 2023: राजस्थान के कोटा कोचिंग संस्थानों में 24 घण्टे में दो छात्रों ने डिप्रेशन के चलते आत्महत्या कर जान दे दी. एक ने छठी मंजिल से कूदकर जान दी, दूसरे ने फ्लैट के अंदर फांसी लगाकर जीवन लीला समाप्त कर ली. छात्रों के इस कदम को देखते हुए शासन ने तत्काल कोचिंग सेंटरों में 2 महीने के लिए परीक्षाओं पर रोक लगा दी है. पिछले 8 महीनों में कोटा में परीक्षाओं की तैयारी करने वाले 22 छात्र अबतक सुसाइड कर चुके है.
हाईलाइट्स
- राजस्थान के कोटा जिले में कोचिंग सेंटरों में तैयारी करने वाले छात्रों के सुसाइड का मामला नहीं रहा थम
- 24 घण्टे के भीतर नीट यूजी की तैयारी करने वाले 2 छात्रो ने किया सुसाइड
- कोटा डीएम ने 2 महीने तक टेस्टों पर लगाई रोक
Students NEET committed suicide in Kota: राजस्थान का कोटा जिला जो कोचिंग हब के लिए मशहूर है.यहां प्रतियोगी परीक्षाओं के कोचिंग संस्थान है.दूर-दराज से छात्र यहां तैयारी करने के लिए कोचिंग में एडमिशन लेते हैं. पिछले 8 महीनों से कोटा के कोचिंग सेंटरों में तैयारी करने वाले छात्रों की सुसाइड की घटनाएं बढ़ रही हैं.
24 घण्टे के भीतर दो छात्रों ने भी अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली.आखिर ऐसा गलत कदम छात्र क्यों उठा रहे हैं.इसके पीछे क्या उनकी पढ़ाई का टेंशन है या टेस्ट में नम्बर कम आना है.फिलहाल इन सब बिन्दुओ और छात्रों के मानसिक स्वास्थ्य की जानकारी जुटाई जा रही है.
कोटा में 24 घण्टे के भीतर 2 स्टूडेंट्स ने किया सुसाइड
पिछले 8 महीनों में कोटा जिले में 22 स्टूडेंट्स सुसाइड कर चुके हैं. आत्महत्या का यह सिलसिला थम ही नहीं रहा है.रविवार को नीट यूजी की तैयारी करने वाले दो छात्रों ने टेस्ट में नम्बर कम आने पर जान दे दी.कोटा प्रशासन ने इस मामले में तत्काल समय-समय पर कोचिंग संस्थानों में लिए जाने वाली परीक्षाओं पर 2 माह की रोक लगा दी गई है.
पढ़ाई का प्रेशर और टेस्ट में नम्बर कम आना बताई जा रही वजह
दरअसल बताया जा रह कि यहां नीट यूजी की तैयारी करने वाले महाराष्ट्र निवासी आविष्कार कालसे और बिहार के आदर्श ने पढ़ाई के प्रेशर और टेस्ट में नम्बर कम आने पर एक ने छठी मंजिल से कूदकर जान दी,दूसरे ने कुछ घण्टे बाद ही अपने किराए के फ्लैट में फांसी लगाकर जान दे दी.24 घण्टे के अंदर दो छात्रों की अत्महत्या के बाद हड़कम्प मच गया.अविष्कार तीन वर्ष से नीट यूजी की तैयारी कर रहा था,माना जा रहा है कि टेस्ट में नम्बर कम आने के बाद उसने यह कदम उठाया.
2 माह तक परीक्षाओं पर कलेक्टर ने लगाई रोक
उधर बिहार का रहने वाला आदर्श कुछ ही महीने पहले यहाँ नीट यूजी की तैयारी करने आया था.आदर्श अपने रिलेटिव भाई,बहन के साथ फ्लैट में रहता था.भाई-बहन जब फ्लैट पहुँचे तो आदर्श फंदे से लटका हुआ था.दोनों ने उतारा और अस्पताल ले जाने का प्रयास किया तबतक उसकी भी सांसें थम गई. पुलिस ने दोनों छात्रों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया और परिजनों को सूचना दी है.उधर कोटा कलेक्टर ने गाइडलाइन जारी करते हुए कड़े निर्देश दिए है कि समय-समय पर ली जाने वाली परीक्षाएं 2 महीने तक नहीं ली जाएंगी.बच्चों के मानसिक सम्मेलन और सुरक्षा की व्यवस्था के तहत यह फैसला लिया गया है.