Mahashivratri 2020:राशि के अनुसार करें भगवान भोले की पूजा..पूरी होगी सारी मनोकामना..!
महाशिवरात्रि पर भगवान शंकर की पूजा अपनी अपनी अपनी राशि के अनुसार करें..पढ़े युगान्तर प्रवाह की यह रिपोर्ट।
मेष- शिवरात्रि पर कच्चा दूध और दही शिवलिंग पर चढ़ाएं। धतूरा अर्पण करें। कर्पुर जलाकर से आरती करें।
वृषभ- शिवलिंग को गन्ने के रस से स्नान कराएं। मोगरे का इत्र लगाएं। दीपक जलाकर आरती करें।
मिथुन- शिवरात्रि पर स्फटिक के शिवलिंग की पूजा करें। लाल गुलाल, कुमकुम, चंदन, इत्र चढ़ाएं। आंकड़े के फूल अर्पण करें।
कर्क- शिवरात्रि पर अष्टगंध चंदन से अभिषेक करें। बेर और आटे से बनी रोटी का भोग लगाकर आरती करें।
सिंह- फलों के रस में मिश्री मिलाकर शिवजी का अभिषेक करें। आंकड़े के पुष्प अर्पण करें, मीठा भोग लगाएं।
कन्या- बेर, धतूरा, विजया यानी भांग, आंकड़े के फूल चढ़ाएं। बिल्व पत्रों पर रखकर मिठाई का भोग चढ़ाएं।
तुला- अलग-अलग फूल जल मिलाएं और शिवलिंग को स्नान कराएं। बिल्व, मोगरा, गुलाब, चावल, चंदन समर्पित करें। आरती करें।
वृश्चिक- शुद्ध जल से स्नान शिवलिंग को कराएं। शहद, घी से स्नान कराने के बाद फिर से जल से स्नान कराएं और आरती करें।
धनु- चावल से शिवलिंग का श्रृंगार करें और सूखे मेवे का भोग लगाएं। बिल्व पत्र, गुलाब आदि से श्रृंगार करें और आरती करें।
मकर- गेंहू से शिवलिंग को ढंककर पूजन करें। इसके बाद ये गेंहू गरीबों में दान कर दें।
कुंभ- सफेद-काले तिलों को मिलाकर किसी ऐसे शिवलिंग पर चढ़ाएं, जो एकांत में हो। आरती करें।
मीन- शिवरात्रि पर पीपल के नीचे बैठकर शिवलिंग का पूजन करें। ऊँ नम: शिवाय का 35 बार जाप करें, बिल्व पत्र चढ़ाएं और आरती करें।