Premanand Maharaj Motivational Quotes: दरवाजे पर आए भिखारी यदि पैसे की मांग करे तो क्या करें ! प्रेमानन्द महाराज ने दिया जवाब
मथुरा-वृंदावन वाले प्रेमानन्द महाराज जी (Premanand Maharaj) के सकारात्मक सन्देश (Positive Message) लोगों के अंदर ऊर्जा का काम करते हैं. मन में कोई भी सवाल क्यों न हो उनसे पूछने पर उसका जवाब बड़े ही सरलता व सहजता से मिल जाता है. एक ऐसा ही सवाल किया गया कि दरवाजे पर भिखारी आये (Beggar Comes) और पैसे की मांग (Demand Money) करे तो क्या करना चाहिए. जिसपर महाराज जी ने जवाब दिया है.
प्रेमानन्द महाराज के मोटिवेशनल सन्देश
प्रेमानन्द महाराज (Premanand Maharaj) के सत्संगों और मोटिवेशनल संदेशों (Motivational Messages) को सुनने के लिये उनके फॉलोअर्स की संख्या लाखों में है. उनके मथुरा-वृंदावन स्थित आश्रम में भक्तों का जमावड़ा लगता रहता है. फिल्मस्टार, क्रिकेटर और राजनेता जैसे लोग भी उनके दर्शन व उनसे मार्गदर्शन लेते हैं.
प्रेमानन्द महाराज जब भी सत्संग में होते है तो उनके हर एक शब्द को गम्भीरता से सुनना चाहिए, क्योंकि हो सकता है उस सत्संग का अभिप्राय आपके जीवन से जुड़ा हो. कोई भी भक्त अपनी समस्या लेकर आता है मतलब उसके मन में कोई भी सवाल जो उसे परेशान करता हो वे निसंकोच पूछते है. जिसका महाराज जी जवाब बड़े ही सरलता से देते हैं.
भिखारी पैसे मांगे तो क्या करें
एक सवाल किया गया कि भिखारी (Beggar) यदि पैसे मांगता है तो क्या करना चाहिए, जिस पर प्रेमानन्द महाराज (Premanand Maharaj) का कहना है कि पहले तो दरवाजे पर खड़े भिक्षुक को दुत्कारें नहीं उनसे विनम्रता से पेश आएं.
यदि आप पैसे नहीं दे सकते हैं तो उन्हें भोजन-पानी पूछ सकते हैं. यदि सामर्थ्य है तो पैसा दे सकते हैं. इस बात का ध्यान रहे कि उसकी अवहेलना न हो और न ही उसे भगाएं. यदि गलत बोलते हैं तो आपके दुष्कृत्य वहीं छूट जाएंगे. आपका पुण्य भी क्षीण हो सकता है. इसलिए भाषा मृदु वचन हो.
भोजन-पानी पूछ सकते हैं
आप भिक्षुक से पूछ सकते है वह क्या चाहता है, यदि आप सामर्थ्य है देने में तो दीजिए अन्यथा हाथ जोड़कर विनम्रता से कह दें कि हम यह करने में समर्थ नहीं है. आप कहीं और देख लीजिए, ये कह सकते हैं कि आपको खाना-पानी दे सकता हूँ. बस उसको दुत्कारें नहीं.
मृदु वचन बोलें, प्रेमानन्द जी अक्सर लोगों के मन के हर सवालों के जवाब को बड़े ही सहजता और सरलता से देते हैं. राधा रानी को अपना इष्ट मानते है. वे एक ही नाम राधा-राधा जपते रहते हैं. और लोगों को भी राधा-राधा नाम जपने की सलाह देते हैं.